राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी), भारत ने 25 सितंबर, 2025 को मध्य प्रदेश के सतना जिले में एक भूमिगत सीवर लाइन की सफाई करते समय ज़हरीली गैसों के कारण एक सफाई कर्मचारी की मौत और दो अन्य को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराए जाने की एक मीडिया रिपोर्ट पर स्वतः संज्ञान लिया है। खबरों के अनुसार, कर्मचारी सीवर के अंदर बेहोश हो गए थे। स्थानीय निवासियों ने उन्हें बाहर निकाला और अस्पताल पहुँचाया। आयोग ने कहा है कि यदि मीडिया रिपोर्ट की सामग्री सत्य है, तो यह मानवाधिकार के उल्लंघन का गंभीर मामला बनता है। इसलिए, आयोग ने मध्य प्रदेश के सतना के नगर निगम आयुक्त और पुलिस अधीक्षक को नोटिस जारी कर दो सप्ताह के भीतर मामले पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। यह अपेक्षा की गई है कि रिपोर्ट में जांच की स्थिति और मृतक श्रमिक के निकटतम परिजन तथा घायलों को दिए गए मुआवजे (यदि कोई हो) का विवरण भी शामिल हो। आयोग ने नोटिस जारी करते हुए यह भी कहा कि सफाई कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सर्वोच्च न्यायालय द्वारा दिए गए निर्देशों और सभी राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों को जारी परामर्श के बावजूद, ऐसी दुखद घटनाएँ अभी तक हो रही हैं। ऐसा प्रतीत होता है कि अधिकारियों ने सीवर लाइनों की सफाई के लिए कर्मचारियों को बिना सुरक्षा उपकरणों और मशीनों के तैनात किया था।