मीरजापुर – 15 सितम्बर 2023- विकास खण्ड सीखड़, में मुख्य अतिथि केन्द्रीय वाणिज्य एवं उद्योग राज्यमंत्री भारत सरकार अनुप्रिया पटेल की अध्यक्षता में कृषि सूचना तंत्र के सुदृढ़ीकरण एवं जागरुकता कार्यक्रम योजना अन्तर्गत कृषि निवेश मेला/गोष्ठी का आयोजन किया गया। अनुप्रिया पटेल ने फीता काटकर एवं दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया। इस अवसर पर जिला अध्यक्ष अपना दल एस इंजीनियर राम लौटन बिंद, जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन व अन्य जनप्रतिनिधि/अधिकारी उपस्थित रहे। मेले में लगायी गयी प्रदर्शनी एवं स्टालों का मुख्य अतिथि एवं जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन द्वारा अवलोकन किया गया। इस मेले में जनपद के विकास खण्ड से आये हुए कृषकों के साथ कृषि, पशुपालन, उद्यान सहकारिता, समाज कल्याण, बाल विकास पुष्टाहार व अन्य विभाग के अधिकारियों द्वारा भाग लिया गया। अनुप्रिया पटेल ने उपस्थित कृषको को सम्बोधित करते हुये कहा की कृषि विभाग द्वारा कृषि निवेश मेला का आयोजन किया गया है, जिसमें दो मुख्यतः विषय है। पहला हमारे जनपद में वर्षा कम होेने के कारण से धान की रोपाई नहीं हो पाई है और अधिकांश खेत खाली पड़े हैं। उन्होंने कहा की वहां पर हमने तोरिया और सरसों के बीज किसानों को वितरित किया है इस बीज का उपायोग खाली खेतों में करके मात्र दो महीने में ही आमदनी ले सकते हैं। उन्होंने कहा की दूसरा विषय जो पराली जलाने का एक ज्वलंत विषय है उसका समाधान हमने निकाला है पूषा इंस्टीट्यूट के द्वारा समस्या का हल निकाला है उसका आज कुछ किसानों को विशेषज्ञों के माध्यम से विधिवत बताया भी गया कि उसे डिकंपोजर का उपयोग करके जो कृषि के अवशेष हैं उनको कैसे डीकम्पोज करके उपयोग में लाया जा सके। सरकार खेतो में ही सड़ाकर खेतों में ही खेत की प्रोडक्टिविटी बढ़ेगी और इस पर्यावरण का संरक्षण भी हो सकेगा। मा0 मंत्री ने पी0एम0किसान सम्मान निधि पर चर्चा करते हुए बताया गया की जनपद में कुल 350573 कृषकों को अब तक 762.437 करोड़ धनराशि वितरित की जा चुकी है। जो किसान अब तक पी0एम0 किसान योजना के लाभ से वंचित हैं, वे किसान पंजीकरण कराकर इसका लाभ पात्रता के आधार पर ले सकते हैं। पी0एम0 कुसुम योजना अन्तर्गत जनपद में लगभग 1000 सोलर पम्प स्थापित कराये जा चुके हैं। इससे किसानों की डीजल पर व्यय होने वाली धनराशि की बचत होने से किसान भाई की आमदनी में वृद्धि होती है। जनपद में वर्षा कम होने से जिन कृषकों द्वारा बुवाई नहीं की जा सकी, उन किसानों हेतु कृषि विभाग द्वारा प्रत्येक विकास खण्ड पर तोरिया बीज मिनीकिट का वितरण निःशुल्क किया जा रहा है। मुख्य अतिथि द्वारा कृषकों को तोरिया मिनीकिट का बीज वितरण जीउती देवी, नागेन्द्र सिंह, सत्य प्रकाश सिंह, बृजपाल सिंह, सतीश कुमार को किया गया साथ ही किसानों से अनुरोध किया की वह अपने फसलों की अवशेषों को जलायें नहीं बल्कि उन्हें सड़ा कर खेतों में खाद के रूप में प्रयोग करें या फसलों के अवशेषों को पराली के रूप में निराश्रित गोआश्रय स्थल को दान करें।
गोष्ठी के प्रारम्भ में उप कृषि निदेशक श्री विकेश कुमार पटेल द्वारा कृषि विभाग द्वारा संचालित योजनाओं यथा पी0एम0किसान सम्मान निधि योजना, कुसुम सोलर पम्प योजना, एग्रीजंक्शन, यंत्रीकरण इत्यादि के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दी गयी। कृषि विज्ञान केन्द्र, बरकछां, मीरजापुर से आये हुए वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक प्रो0 श्रीराम सिंह द्वारा फसल अवशेष प्रबन्धन पर विस्तृत रूप से कृषकों को बताया गया। उद्यान विभाग से आये हुए सुरेश मिश्र, वरिष्ठ उद्यान निरीक्षक द्वारा विभागीय योजनाओं के साथ-साथ पौधे लगाने की विधि पर विस्तृत रूप से बताया गया।
वरिष्ठ क्षेत्रीय प्रबन्धक, इफको आशीष श्रीवास्तव द्वारा नैनो टेक्नोलाजी यूरिया व नैनो डी0ए0पी0 पर विस्तृत रूप से कृषकों का जानकारी दी गयी जिसमें दलहनी फसलों हेतु नैनो यूरिया का छिड़काव दो एम0एल0 प्रति लीटर पानी में घोल बनाकर व अन्य फसलों में चार एम0एल0 प्रति लीटर पानी घोल बनाकर छिड़काव करने हेतु बताया गया। इससे दानेदार यूरिया पर होने वाले व्यय को काफी हद तक बचत किया जा सकता है। क्षेत्रीय प्रबन्धक, इफको द्वारा कुछ कृषकों को नैनों यूरिया प्रयोग हेतु अनुदानित पावर स्प्रेयर मशीन का वितरण कराया गया। विषय-वस्तु विशेषज्ञ कृष्ण कुमार सिंह द्वारा प्राकृतिक खेती पर बल देते हुए किसानों को जीवामृत व घन जीवामृत बनाने व इसके उपयोग के तरीके के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दी गयी तथा इसके लाभ एवं महत्व के बारे में किसानों को बताया गया।
जनपद सलाहकार डा0 सुधीर कुमार श्रीवास्तव द्वारा (मिलेट्स) की खेती के महत्व एवं लाभ पर जानकारी दी गयी जिससे किसान भाई अन्न की खेती अपनाकर अपनी आय में वृद्धि के साथ ही साथ जनमानस के स्वास्थ्य को भी ठीक रख सकें। श्रीवास्तव द्वारा बताया गया कि खरीफ सत्र 2023-24 में जनपद में अन्न (मिलेट्स) के यथा सावां, कोदो, मड़ुआ, ज्वार व बाजरा के मिनीकिट बीज वितरण कराकर अन्न (मिलेट्स) क्षेत्रफल में आशातीत वृद्धि की गयी। जागरुक कृषक योगेन्द्र सिंह द्वारा जैविक खेती पर किसानों को अपने अनुभवों को किसानों के बीच साझा किया गया तथा जैविक खेती से होने वाले लाभ के बारे में विस्तृत जानकारी दी गयी। अन्त में जिला कृषि अधिकारी, अवधेश यादव द्वारा मेले में आये हुए समस्त कृषक, अधिकारियों, कर्मचारियों के प्रति आभार करते हुए गोष्ठी का समापन किया गया। उक्त गोष्ठी का संचालन प्राविधिक सहायक ग्रुप पंकज मिश्रा द्वारा किया गया।