मीरजापुर – 04 जनवरी 2024- विकास भवन, पथरहिया, के आडिटोरियम में रबी वर्ष 2023-24 ई-खसरा पड़ताल एवं परिवर्धित मोबाइल एप का शुभारम्भ का कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ विधायक नगर रत्नाकर मिश्र द्वारा दीप प्रज्जवलन कर किया गया। नगर विधायक द्वारा सभागार में उपस्थित कृषि व राजस्व के अधिकारियों व कर्मचारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि सरकार ने किसानों के जीवन में खुशहाली लाने के लिए डिजिटल क्राप सर्वे का फैसला लिया गया है। ई-खसरा पड़ताल डिजिटल क्राप सर्वे के माध्यम से प्राप्त होने वाले आकड़ों से जहाँ एक ओर किसानों को लाभ प्राप्त होगा वही दूसरी ओर सरकार और उपभोक्ता सभी इससे लाभान्वित होंगे।
कार्यक्रम में कृषि भवन, लखनऊ द्वारा आन लाईन प्रशिक्षण का कार्यक्रम आयोजित किया गया था, जिसमें जनपद के कृषि विभाग, राजस्व विभाग व पंचायत विभाग के कर्मचारियों को ई-खसरा पड़ताल डिजिटल क्राप सर्वे के बारे में विस्तृत रूप से प्रशिक्षित किया गया। जिसमें ई-खसरा पड़ताल मोबाइल एप के लिए सीपीएमयूध्एसएमटी द्वारा प्रशिक्षण, ई-खसरा पड़ताल वेब एप्लिकेशन के लिए सीपीएमयूध्एसएमटी द्वारा प्रशिक्षण दिया गया। तत्पश्चात् अपर मुख्य सचिव (कृषि) द्वारा सम्बोधित करते हुए ई खसरा पड़ताल के सम्बन्ध में संक्षिप्त जानकारी प्रदान की गयी। कार्यक्रम में कृषि मंत्री, सूर्य प्रताप शाही द्वारा कर्टेन रेजर द्वारा रबी 2023-24 ई-खसरा पड़ताल एवं परिवर्धित मोबाइल एप्प का शुभारम्भ किया गया। कार्यक्रम में मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र द्वारा उपस्थित सभी लोगों को सम्बोधित करते हुए बताया कि एग्री स्टेक एक डिजिटल फाउंडेशन है जो भारत में कृषि में सुधार के लिए विभिन्न हितधारकों को आसानी से एक साथ लाने और डेटा -डिजिटल सेवाओं का उपयोग करके किसानों के लिए बेहतर योजनाओं का नियोजन, सेवाओं तक किसानों की सुगम पहुंच सुनिश्चित करने के लिए सरकार द्वारा स्थापित किया जा रहा है। कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही द्वारा सम्बोधन में बताया गया कि किसानों को उनके खेत में बोई गई वास्तविक फसल के उत्पाद की बिक्री के लिए अपने अभिलेख का सत्यापन कराने से मुक्ति मिल जायेगी। इससे किसान के फसल के उत्पाद के न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कृषि उत्पादन का खरीद में सरलीकरण हो जायेगा। वही फसल नुकसान की स्थिति में किसानों को उनके वास्तविक क्षति का मुआवजा प्राप्ति में सरलीकरण हो जाएगा। समय-समय पर किसानों को उनके फसल विशेष के लिए लक्षित फसल सलाह प्रदान की जा सकेगी। साथ ही बताया गया कि बोई गई फसल के वास्तविक उपज के आंकलन के लिए मोबाइल एप के माध्यम से क्राप कटाई एक्सपेरिमेंट (सीसीई) का प्रभावी क्रियान्वयन संभव हो सकेगा।