16 अगस्त 2023 मीरजापुर। आज दिनांक 16.08.2023 को अहरौरा जनपद मीरजापुर में मा० राष्ट्रीय हरित अभिकरण नई दिल्ली (एन०जी०टी०) द्वारा पारित आदेश पर 26 स्टोन क्रेशर उद्योगों एवं 40 ईमारती पत्थर खनन पट्टा को बंद करने पर स्थानीय श्रमिक, मजदूर एवं गरीब वर्ग के हजारों श्रमिकों के समक्ष बेरोजगारी तथा सूखा पड़ जाने के कारण भूखमरी की स्थिति उत्पन्न होने पर जिला मुख्यालय पर बेरोजगार हजारों श्रमिकों ने जिलाधिकारी कार्यालय पर विशाल प्रदर्शन करके बन्द खनन पट्टा को रोजगार एवं जीविकोपार्जन के दृष्टिगत खोलने की माँग को लेकर शान्तिपूर्वक प्रदर्शन करते हुए महामहिम राष्ट्रपति महोदया एवं श्रीमान् जिलाधिकारी मीरजापुर को सम्बोधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट श्री विनय कुमार सिंह को सौंपकर न्याय की माँग किया गया। प्रदर्शन को नेतृत्व पाषाण मजदूर व्यवसायी संघ मीरजापुर के अध्यक्ष सूर्यमान व सामाजिक कार्यकर्ता सुनील कुमार पाण्डेय एड० व दिलीप सिंह गहरवार एड ने किया। प्रदर्शन को सम्बोधित करते हुए पाषाण मजदूर व्यवसायी संघ मीरजापुर के अध्यक्ष सूर्यभान ने कहा कि मीरजापुर के अहरौरा मीरजापुर में एक षयंत्रकारी के द्वारा पूरे क्षेत्र में खनन पट्टा संचालकों पर दबाव बनाने के लिए किये गये तथ्यहीन शिकायतों के दृष्टिगत मा० राष्ट्रीय हरित अभिकरण द्वारा पारित आदेश के क्रम में 26 स्टोन क्रेशर उद्योग एवं 40 ईमारती पत्थर गिट्टी के खनन पट्टा को 4 महीने से बन्द करने पर हजारों मजदूर श्रमिक एवं कामगारों के समक्ष भूखमरी की विकराल समस्या उत्पन्न हो गयी है। पूरे क्षेत्र में वर्षा ना होने से सूखा पड़ा है। एकमात्र व्यवसाय पत्थर खनन भी बन्द होने से मजदूरों श्रमिकों के समक्ष भूखमरी की समस्या उत्पन्न हो गयी है। उन्होंने अहरौरा में बन्द खनन पट्टा तत्काल चालू करने की माँग किया। प्रदर्शन को सम्बोधित करते हुए सामाजिक कार्यकर्ता सुनील कुमार पाण्डेय एड० ने कहा कि अहरौरा में 26 स्टोन क्रेशर एवं 40 खनन पट्टा बन्द होने से लगभग ढाई हजार परिवार जिसमें मजदूर, श्रमिक, ड्राइवर खलासी, कामगार इत्यादि सभी बेरोजगार हो गये हैं। उन सभी परिवारों के समक्ष रोजगार समाप्त होने के कारण आर्थिक संकट उत्पन्न हो गया है तथा ये सारे मजदूर भूखमरी के कगार पर पहुंच गये है। इसके साथ ही जो ट्रक मालिक बैंक के लोन पर गाड़ियाँ खनन पट्टा क्षेत्र में चलवा रहे थे उनके समक्ष भी व्यवसाय बन्द होने के कारण बैंक का किस्त ना चुका पाने के कारण वे भी बर्बादी के कगार पर पहुंच गये है। ऐसे में भारत सरकार एवं उ0प्र0 सरकार को तत्काल हजारों श्रमिक की जिन्दगियों को बचाने की एवं मीरजापुर के एकमात्र पत्थर उद्योग को बचाने के लिए आगे आकर मजदूरों के हित में कार्य करने की जरूरत है। उन्होंने बन्द खनन पट्टों को चालू करने की माँग के साथ फर्जी शिकायत करने वाले शिकायतकर्ता के विरूद्ध भी उच्च स्तरीय जाँच कराकर कार्यवाही की माँग किया। प्रदर्शन में प्रमुख रूप से दिलीप सिंह गहरवार एड०. प्रमेश सिंह, रामनरायन, दीपक तिवारी, सन्नी सिंह, सराकत खान, भगवानदास, अशोक, शिव प्रसाद, धर्मराज. संजय सिंह, रामअवतार, बसन्त सिंह, रोहित कुमार, पतालू, सिसनी नरायन, रामसेवक, दुर्गेश पाण्डे, सन्नी सिंह, रोहित कुमार, ननकू कुमार, गौरव पटेल, अरबाज खान, सहबाज खान, सलमान, प्रमेश सिंह, महेश यादव, शैलेश कुशवाहा, सत्यम पटेल, इंसाफ खान, आशीष, मिठाईलाल, रामगोपाल, मनमोहन इत्यादि सैकड़ों मजदूर श्रमिक उपस्थित रहे।